समाज कब हुआ है किसी का? तू जन्म दे मुझे माँ , वादा है मेरा तुझसे, साथ तेरा निभाऊँगी समाज कब हुआ है किसी का? तू जन्म दे मुझे माँ , वादा है मेरा तुझसे, साथ तेरा...
पेड़ की पुकार, मत काटो मुझे मेरा भी तो जीवन है, क्या मुझे जीने का अधिकार नहीं? मैं त पेड़ की पुकार, मत काटो मुझे मेरा भी तो जीवन है, क्या मुझे जीने का अधिकार...
लेकिन अभी वो मुझे खुशियां देती है। लेकिन अभी वो मुझे खुशियां देती है।
ख़ुश नहीं होते, ख़ुद ख़ुशी हूँ मैं। ख़ुश नहीं होते, ख़ुद ख़ुशी हूँ मैं।
माँ की कोख से नन्ही सी कली की आई पुकार मैं हूं तेरा अंश,माँ मुझे मत मार। लेकर फैसला माँ की कोख से नन्ही सी कली की आई पुकार मैं हूं तेरा अंश,माँ मुझे मत मार। ...